The Best Garden of Jaipur: जयपुर के 07 घूमने लायक गार्डन अगर आप भी जाए जयपुर जाए तो घूमे ये 07 गार्डन

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Jaipur top 05 Garden | Jaipur Garden | Travel

राजस्‍थान के गार्डनों की जानकारी

भारत में राजस्‍थान प्रान्‍त की राजधानी जयपुर में एक से बढकर एक गार्डन  स्थित है ,जिनको देखने के लिए देश विदेश के सैलानियॉ पर्यटक आते है जो अपनी अलग ही पहचान रखते है और इनका दृश्‍य खुबसूरत  है चलो जयपुर पिंक‍ सिटी के इन गार्डनों की जानकारी आपको हमारी बेबसाइट के माध्‍यम से दी जा रही ये गार्डन वास्‍तुकला ,शिल्‍प, कारीगरी अपनी सुन्‍दरता के लिए विश्‍व विख्‍यात गार्डनों में से एक है जिनकी जानकारी लेते है ।अगर आप कभी जयपुर जाते है तो इनको देखना नही भूले ये अपनी अलग पहचान रखते है और इनको विश्‍व के म्रमुख राजाओं ने अपनी किसी न किसी यादगार के लिए बनवाया था । जिनका विवरण निम्‍न प्रकार से है ।

कनक वृंदावन गार्डन (Kanak Vrindavan Garden)

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यह गार्डन आमेर किले के पास नाहरगढ पहाडियों के नक्‍शे अनुसार है यह करीबन 280 वर्ष पुराना शाही उद्यान है इस उद्यान का निर्माण महाराजा सवाई जयसिंह द्वारा किया गया था ।इस गार्डन की तुलना अक्‍सर वृंदावन से की जाती है जिसमें भगवान कृष्‍ण बिहारी जी का निवास था ।

सिसोदिया गार्डन (Sisodia Garden)

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जयपुर के एक ओर शानदार सिसोदिया गार्डन जिसको रानीबाग के नाम से भी जाना जाता है । यह गार्डन को जयपुर के महाराजा सवाई जयसिंह ने अपनी द्वितिय पत्नि ,उदयपुर की राजकुमारी के लिए बनवाया था । यह गार्डन शहर के केन्‍द्र से 10 किलोमिटर दूर स्थित है । इस उद्यान का नाम रानी के नाम पर रखा गया था जो राजपूत सिसोदिया वंश से सम्‍बन्धित है यह हेरीटेज बाग गुलाबी शहर के सभी उद्यानो में सबसे खुबसूरत व सबसे बडा प्रभावशाली उद्यान है माना गया है इस गार्डन में फिल्‍म अभिनेता अनिल कपूर और श्रीदेवी अभिनेत्री की मशहूर जानी मानी फिल्‍म ”लम्‍हे “में दर्शायी गई थी ।

शिवाजी गार्डन (Shivaji Garden)

shivaji

जयपुर सीटी से लगभग 70 किमी दूरी पर स्थित शिवाजी गार्डन टोंक में एक रिहायशी इलाके के बीच है इस गार्डन में प्रवेश करते ही आप वहां सुन्‍दर प्राकृतिक वातावरण का अनुभव करेगें  इस गार्डन का स्‍वरूप प्रसिद्व  मैसूर कार्डन व हिरन मगरी गार्डन के समान हैा यह स्‍थान आपके परिवार के साथ सैर करने का सबसे बढिया व सुन्‍दर विकल्‍प है ।

जय निवास गार्डन (Jai Niwas Garden)

jai niwas

यह गार्डन जयपुर के राजामहल तालाब रोड पर स्थित है, इसका निर्माण महाराजा सवाई जयसिंह द्वितिय ने करवाया था इस गार्डन में मुगल चारबाग पैर्टन के अनुसार है । यह शाही गार्डन खिले पौधे और अन्‍य आलोकिक संरचनाओं का एक सुन्‍दर रूप समेटे हुये है इस गार्डन में आपको एक से बढकर एक खुबशूरत फूलों वाले पेड पौधे नजर आयेगें इस परिसर में भगवान कृष्‍ण का छोटा सा मंदिर सभी पर्यटाको व स्‍थानीय लोगों का मन आकर्षित करता है ।

नेहरू गार्डन (Nehru Garden)

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राजस्‍थान की राजधानी जयपुर में स्थित इस कार्डन को नेहरू गार्डन बाल उधान (Nehru Bal Udyan) के नाम से जाना पहचाना जाता है , यह गार्डन बच्‍चों के लिए एक बहुत अच्‍छी जगह है । यह गार्डन नेहरू पैलेस के सामने टोंक रोड पर स्थित है, इस गार्डन मेे असाधारण हरियाली के अलावा बोटिंग एरिया भी है जहॉ सुन्‍दर सुन्‍दर बत्‍तखों को भी देखा जा सकता है यहॉ बच्‍चों की खिलोना रेल (Toy Tren) भी है जो इस गार्डन की पूरी यात्रा का आनंद देतेी है ।

विद्याधर गार्डन (Vidyadhar Garden)

vidhyadar garden

यह गार्डन जयपुर में घाट की गुणी पर स्थित है इस गार्डन का निर्माण वर्ष 1988 में जयपुर के सुप्रसिद्व वास्‍तुकला  विद्याधर भट्रटाचार्य को श्रंदाजली देने के लिए बनवाया था इस गार्डन को भारतीय वास्‍तुकला के विज्ञान शिल्‍प शास्‍त्र के अनुसार रूप दिया गया था । इस गार्डन में वास्‍तुकला,राजस्‍थानी, शास्‍त्रीय वास्‍तुकला का बेजोड मिश्रण है । इस गार्डन की दीवारों पर उत्‍क्रष्‍ट डिजायन ओर पैटर्न से हिन्‍दू पौराणिक कथाओं के प्रभाव को देखा जा सकता है इसके अलावा मुगलों की वास्‍तुकला के प्रमाण व फूलो क्‍यारियॉ सुन्‍दर व सुव्‍यस्थित तरीके से देखा जा सकता है यहॉ पर मोर, तीतर,बंदर व अन्‍य प्रकार के उद्यान प्रेंमी देखने को मिलते है । यहॉ पर बडी तादात में अप्रवासी पक्षी भी आते है ।

रामनिवास गार्डन (Ram Niwas Garden)

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जयपुर सीटी का मशहूर व प्रसिद्व उद्यानों  में से एक उद्यान रामनिवास गार्डन है इसको जयपुर के महाराजा सवाई रा‍मसिंह ने वर्ष 1968 में इस गार्डन का निर्माण करवाया था रामनिवास गार्डन जवाहर लाल नेहरू मार्ग पर स्थित है । यह गुलाबी शहर जयपुर की सांस्‍कृतिक रूप से अपनी लालिमा को जोडने के लिए इसके विकास के बाद में नवीनीकरण किया गया था इसके परिसर में फव्‍वारा प्रभावशाली ढंग से अधिकृत कार्डन के साथ खुबसुरती को जोडते है । इसके इतिहास प्रेमी, वास्‍तुकला प्रेमी, अलर्बट हॉल , संग्राहलय, किली देकर गंगाजी जाने का दृश्‍य ,चिडियाघर ये सभी आकर्षण का केन्‍द्र बने हुये है ।

 

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