बांसुरी की धुन अमेरिकन लोक कथा Bansuri ki Dhun American Folk Story

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Story in hindi|American Story|Desi Khaniya|Khaniya

बांसुरी की धुन कहानी (Flute Tune Story)

एक बार एक गॉव में एक गरीब लडका रहता था जिसके माता पिता दोनो का देहान्‍त  हो गया था जब वह बहुत छोटा था  इस संसार में उसका अपना कोई नही था लेकिन उसको सब लोग प्‍न्‍यार से कैनी कहकर बुलाते थे कैनी को पडौसियों ने मिलकर उसे पाल पोसकर बडा किया था उसके साथ सभी लोगो की हमदर्दी थी (Sympathy) थी वह कभी कभी एक समय का खाना पडौसियों के घर से लेकर आता था और फिर अगले दिन दुसरे पडौसी के घर से खाना लाकर खाता था अब धीरे धीरे सभी लोग कैनी को प्‍यार (Love) करते थे इस कारण वह बहुत बडा आलसी (Lazy)  बन गया था वह बहुत उम्र में बहुत बडा हो गया था परन्‍तु उसका कोई काम करने में मन नही लगता था सारे दिन सोना और खाना उसका काम हो गया था ।

वह अपना समय इधर उधर घूमकर व बांसुरी बजाकर पूरा करता था वह बांसुरी बहुत मीठी(Sweet) आवाज में बजाता था उसकी बांसुरी की मिठी धुन को सुनकर लोग बहुत खुश होते थे और कई बार उसे इनाम भी देते थे , परन्‍तु उसने आसल्‍य को कभी नही छोडा था जैसे पहले आलसी था उसी प्रकार अब था कैनी जब छोटा था उस समय  एक दम्‍पत्ति ने पाला पोसा था , उनको कैनी चाचा चाची कहता था लेकिन चाचा चाची का जो बेटा था वह भी बडा होकर अपने काम धन्‍धे पर जाया करता था ।

Lazines men 2

एक दिन की बात है कैनी सोया हुआ था जब सूरज की रोशनी खिल चुकी थी लेकिन आलसी कैनी नही उठा  उसकी चाची को बहुत बडा गुस्‍सा आया और एक जग पानी उसके उपर डाल दिया वह हडबडाकर उठ गया चाची को पहले से ही गुस्‍सा क्रोध  आ रहा था वह बोली कैनी आप आलसी हो इतनी धूप निकल गई उसके बाद भी तू सो रहा है मेरी मेहनत की कमाई पर तुम एसो आराम कर रहे हो तुमको शर्म नही आती खुद कमाकर देखो जब पता चलेगा मेहनत क्‍या होती है । कैनी ऐसी बात सैकडो लोगों से सुन चुका था खुद कमाकर खाओ खुद कमाई करोगे जब पता लगेगा , परन्‍तु उसको यह बात कभी बुरी नही लगती थी लेकिन आज जो चाची की मुह से सुबह सुबह यह बात सुनी और कैनी की आत्‍मा को बडी ठेस पहुंची कैनी ने मन ही मन यह प्रण किया कि वह घर कुछ कमाकर ही लेकर आयेगा उसने इस सम्‍बन्‍ध में किसी अन्‍य व चाची से कुछ नही कहा था ।

कैनी ने क्‍या प्रण किया (What Did Kanny Do)

एक दिन कैनी घर से निकलते समय चाचा चाची के पैर छुकर अर्थात प्रमाण कर वह घर से कमाने के लिए चला गया जब वह घर पर सांय को नही आया तो चाचा चाची सुबह के व्‍यवहार के प्रसंग में आपस में बात करने लगे चाचा कहने लगा तुमने उसे सुबह फटकार लगाई थी इस कारण वह कही रूठकर  तो नही चला गया  चाची को बहुत पछतावा हुआ और वह उसकी इंतजार करने लगी अब उनके पास इंतजार के अलावा कोई रास्‍ता भी नही था , धीरे धीरे कई दिन सप्‍ताह महीना बीत गया परन्‍तु कैनी वापस नही आया अब कैनी चलते  चलते बहुत दूर निकल चुका था रास्‍ते में उसे काफी जोर की भूख भी लगी थी ।

परन्‍तु उसके पास रोटी खाने के लिए पैसे नही थे अब वह एक नगर में पहुंच गया वहां उसने कई जगह काम मांगा लेकिन नही मिला बिना जान पहचान के कौने नौकरी पर रख सकता है वह बहुत थक चुका था थकहारकर वह एक पेड के नीचे बैठ गया  और अपनी बांसुरी को बजाने लगा संयोग की बात उधर से एक संगीतकार अपने घोडे पर बैठकर जा रहा था उसने उस मधुर बांसुरी की आवाज सुनी तो वह मंत्र मंग्‍ध हो गया और वह संगीतकार कैनी को अपने साथ ले गया और उसकी खुब मेहमानबाजी आवभगत की और उसको अपने पास रख लिया वह संगीताकर अपना किटार बजाकर राजा के दरबार में राजा का मनोरंजन करता था अगले दिन जब वह राजा के दरबार में गया तो उसने कैनी की बहुत प्रशंसा की और उसके बारे में राजा को सारी बात बताई राजा ने सोचा हो सकता है वह गुणी कलाकर हो परन्‍तु राजा ने कहा पहले हम उसकी परीक्षा लेगें ।

कैनी के साथ दरबार में क्‍या हुआ आगे देखे (what Happened to Canny In Court)

अगले दिन राजा ने अपने राज्‍य में एक से बढकर एक , बडे बडे संगीतकारो सभी विद्वानों को अपने अपने वाद्य यंत्र लेकर दरबार में उपस्थित होने के लिए कहा साथ ही कैनी को भी दरबार में बुलाया गया था वह अपनी बांसुरी को लेकर राजा के दरबार में पहुंच गया सभी कलाकारों ,विद्वानों ने एक एक कर अपनी अपनी कला से राजा को खुश करने लगे जब उन्‍हे यह पता लगा की एक युवक भी संगीत की परीक्षा देने आया है तो वे सभी उसकी और देश्‍कर हंसने लगे कि यह युवक हमारी योग्‍यता के आगे कुछ भी नही कर सकता है ।

अब वह युवक अर्थात कैनी की बारी आई तो उसने राजा के सामने सिर झूकाकर प्रणाम किया और वही पर जमीन में बैठकर अपनी बांसुरी बजाने लगा । बांसुरी की आवाज वास्‍तव में बहुत मीठी मन को प्रसन्‍न करने वाली आवाज थी सभी दरबारी व अन्‍य लोग बांसुरी की धुन पर खो गये थे उधर कैनी ने जैसे ही अपनी बांसुरी की धुन पूरी की तो दरबार में तालियों की गडगडाहट से पूरा दरबार गूंज उठा और राजा ने उसकी खुब प्रशंसा की और कहा ”कैनी हम तुम्‍हारी इस योग्‍यता से बहुत प्रसन्‍न ” है । सबसे बडी बात यह रही की सभी ने उसकी मजाक उडाने पर भी उसने आत्‍मविश्‍वास नही खोया और धेर्य से अपना काम पूरा किया उसी समय राजा ने यह एलान कर दिया की तुमको हम अपने दरबार में नौकरी देते है ।

Lazzines Photo

राजा की बात सुनकर कैनी बहुत प्रसन्‍न हुआ वह महल के एक कमने में रहने लगा जब उसे एक माह पूरा हो गया तो उसको तनख्‍वाह मिली उसको लेकर वह अपने चाचा चाची के पास चला गया और उसने यह सारा  वृतांत अपने चाचा चाची को को सुनाया कैनी की बात सुनकर चाचा चाची बहुत खुश हुये और उसके पैसे उसे ही लोटा दिये और कहा बेटा तुम जहॉ भी रहो सुखी रहो परन्‍तु यह बात हमेशा ध्‍यान में रखना कि कोई भी कला हो वह छोटी नही होती है तुम्‍हारी छोटी सी बांसुरी ने ही तुम्‍हे आज यहॉ तक पंहुचाया है फिर कैनी की चाची ने कहा बेटा यह बात याद रखना आलस्‍य व्‍यक्ति को निकम्‍मा कमजोर बना देता है कैनी चाची से लिपटकर बोला चाचाी में मेहनत की कीमत पहचान गया अब मैं कभी भी आलस्‍य नही करूंगा और मन लगाकर काम करूंगा ।

चाचा चाची का आर्शीवाद लेेकर वह राजा के दरबार में चला गया और सुखपूर्वक अपना जीवन व्‍यतीत करने लगा ।  इसलिए ठीक ही कहा है, आलस्‍य विद्या कुतो धन्

कहानी से शिक्षा

शिक्षा – प्रत्‍येक मनुष्‍य को कभी भी आलस्‍य नही करना चाहिए ।

One should never be lazy

Friends, stories are heard or imaginary, they should always be read and get education.

 

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